उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बृहस्पतिवार को तीन दिवसीय ‘गोरखपुर महोत्सव’ का उद्घाटन किया। सिंह ने इस अवसर पर कहा कि गोरक्षनाथ की पवित्र भूमि पर महोत्सव का आयोजन सराहनीय है और इसका उद्देश्य जिले की संस्कृति, कला और साहित्य को संरक्षित और बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव संस्कृति, आध्यात्मिकता, कला और शिल्प कौशल का संगम होगा। सिंह ने कहा कि महोत्सव न केवल पूर्वांचल की संस्कृति को उजागर करता है, बल्कि विभिन्न कला रूपों, संगीत और अन्य विषयों में उत्कृष्टता प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इससे उभरती प्रतिभाओं को अपने कौशल दिखाने और अपने व्यक्तित्व को व्यक्त करने का अवसर मिलता है। सिंह ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था और सुरक्षित वातावरण के कारण अब लोग यहां पर्यटन और निवेश के लिए उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं।
बदले सुरक्षा माहौल का नतीजा है कि वैश्विक स्तर पर राज्य में 40 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप देश को 2047 तक विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में लाने के प्रयास अब जाहिर होने लगे हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में शांति एवं विकास का माहौल बन गया है, जिससे यह देश के अग्रणी राज्यों में से एक बन गया है।