समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री ने राम मंदिर को लेकर कहा कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि जिसके पास निमंत्रण होगा, वहीं मंदिर जाएगा। हमारा ये पक्ष है कि भगवान जब बुलाएंगे तो बीजेपी भी नहीं रोक पाएगी। ये बुलावा भगवान राम की तरफ से नहीं बीजेपी की तरफ से है। इसी दौरान अखिलेश यादव ने राम मंदिर को भाजपा द्वारा मुद्दा बनाए जाने पर कहा कि धर्म राजनीति का हिस्सा नहीं हो सकता। भारतीय जनता पार्टी को आय दोगुनी हुई कि नहीं हुई, किसान को नौकरी रोजगार मिला कि नहीं मिला, उन सवालो का जबाब भाजपा को देना पड़ेगा। इन सवालो का जबाब नहीं है, इसलिए धर्म के पीछे छुप जाति है।
अखिलेश यादव ने इण्डिया गठबंधन का साझा कार्यक्रम यूपी में तय नहीं हो पाने के सवाल पर कहा कि जहां तक गठबंधन का सवाल है, गठबंधन में पूरी जिम्मेदारी के साथ समाजवादी पार्टी साथ है। गठबंधन में किसको कहां पर लड़ना है, बहुत जल्द पता चल जायेगा। एक बात तो साफ है कि न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश कि जनता भारतीय जनता पार्टी को हटाना चाहती है। विकसित भारत का नारा देकर के गांव-गांव गाड़ियां पहुंचा करके प्रधानों के बजट का हिस्सा काट करके आप विकसित भारत का सपना पूरा नहीं कर सकते। वहीं, महादेव ऐप में भूपेश बघेल का नाम चार्जशीट में आने पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग किसी को भी फंसा सकते हैं। किसी भी लीडर को कहीं भी फंसाया जा सकता है।
अग्निवीर योजना पर अखिलेश यादव ने कहा कि अग्निवीर जैसी व्यवस्था से कभी भी देश कि सुरक्षा उतनी मजबूती से नहीं हो सकती, जीतनी मजबूती से होनी चाहिए। वहीं, उत्तर प्रदेश से बाहर समजवादी पार्टी के लोकसभा का चुनाव लड़ने पर कहा कि कहा कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन भविष्य में क्या रणनीति बनेगी उसमें तय करेंगे। वहीं, एक सवाल के जबाब पर अखिलेश यादव ने कहा कि कल क्या होगा ये सवाल नहीं है, सवाल ये है कि चीन आपके घर में घुस रहा है। चीन कि सीमा पर आपका जो मेमेरियल बना था 1962 में जिन जवानों ने जिन लोगों ने शहीद हो करके भारत कि सीमाओं कि रक्षा कि थी क्या उस मेमोरियल को नहीं तोड़ दिया गया । चीन कि फ़ौज क्या भारत के अंदर नहीं आ गई। ओस सवाल का जबाब है किसी के पास? आप सीमा कि सुरक्षा नहीं कर पा रहे है और आप सी ए ए ला रहे हैं।