पाकिस्तान में गठबंधन सरकार बनने की संभावना, शहबाज शरीफ बन सकते हैं अगले प्रधानमंत्री

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की अगुवाई में प्रमुख राजनीतिक दलों के गठबंधन के अगली सरकार बनाने के लिए आसानी से बहुमत के आंकड़े को पार करने की संभावना के साथ उनका देश का नया प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है और इसके साथ ही चुनाव में मिले खंडित जनादेश के बाद सरकार के भविष्य को लेकर लगायी जा रही अटकलें खत्म हो जाएंगी।

शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के आसिफ अली जरदारी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के खालिद मकबूल सिद्दीकी ने मंगलवार रात को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कैद (पीएमएल-क्यू) के शुजात हुसैन के आवास पर मुलाकात की और सरकार गठन पर सहमति जतायी। शरीफ ने बैठक में उपस्थित अन्य नेताओं का आभार जताते हुए कहा, ‘‘आज हम देश को यह बताने के लिए एकजुट हुए हैं कि हमने खंडित जनादेश स्वीकार कर लिया है। मैं जरदारी और बिलावल (भुट्टो) का आभारी हूं कि उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का समर्थन करने का फैसला किया है।” पीएमएल-एन की सूचना सचिव मरियम औरंगजेब ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ ने देश के प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी अध्यक्ष और अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ (72) को नामांकित किया है।

उन्होंने बताया कि पीएमएल-एन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामांकित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘नवाज शरीफ ने उन राजनीतिक दलों का आभार जताया है जिन्होंने आगामी सरकार बनाने में पीएमएल-एन का समर्थन किया है और उन्होंने उम्मीद जतायी कि ऐसे फैसलों से पाकिस्तान संकट से बाहर आ जाएगा।” अप्रैल 2022 में इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बाद प्रधानमंत्री बने शहबाज ने कहा कि अन्य दलों ने पीएमएल-एन से हाथ मिला लिया है जिसके पास चुनाव के बाद संसद में ‘‘तकरीबन दो तिहाई बहुमत” है। उन्होंने यह भी कहा कि नयी सरकार देश को मुसीबत से बाहर निकाल लाएगी। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के अनुसार, छह दलों -पीएमएल-एन, पीपीपी, एमक्यूएम-पी, पीएमएल-क्यू, आईपीपी (इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) द्वारा जीती गयी कुल सीटों की संख्या 152 है।

इन सभी ने शहबाज शरीफ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाने की अपनी योजना की घोषणा की है। यह साफ तौर पर दिखाता है कि ये दल 60 महिला और 10 अल्पसंख्यक सीट अतिरिक्त मिलने के बाद केंद्र में सरकार बनाने के लिए आवश्यक 169 के आंकड़े को आसानी से हासिल कर लेंगे। हालांकि, यह देखना होगा कि क्या ये दल 224 के जादुई आंकड़े को हासिल कर लेंगे जो 336 सदस्यीय नेशनल असेंबली में दो तिहाई बहुमत के लिए आवश्यक संख्या है।

ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने कहा कि पीएमएल-एन के लिए सबसे अच्छा विकल्प ‘‘अपनी हार को शीलनता से स्वीकार करना” और उनकी पार्टी के संस्थापक इमरान खान को ‘‘देश को संकट से उबारने देना है।” आठ फरवरी को हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें जीती हैं जिसमें से अधिकतर पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवार थे।

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