Gold Jewellery 1,292 रु. बढ़कर 62, 895 रु./ 10 ग्राम
देश में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। इसका फायदा उठाने के लिए इस साल रिकॉर्ड मात्रा में पुराना सोना मार्केट में आ सकता है। बीते एक साल में सोने की कीमत करीब 15% बढ़ चुकी है। सोमवार को जेवराती सोना (22 कैरेट) एक दिन में 1,292 रु. महंगा होकर 62,895 रु. प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। बुलियन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारतीय घरों में करीब 27 हजार टन सोना है। गोल्ड रिसाइक्लिंग में पुरानी ज्वेलरी की 85% हिस्सेदारी होती है। ऊंची कीमतों के चलते बाजार में पुराना सोने आने की मात्रा 10% तक बढ़ने की संभावना है। इससे गोल्ड रिसाइक्लिंग का 2019 का रिकॉर्ड टूट सकता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के मुताबिक 2019 में 119.5 टन पुराना सोना रिसाइक्लिंग के लिए बाजार में आया था। 2024 में यह 128.8 टन तक पहुंच सकता है। बीते साल भी इसी तरह 117.1 टन गोल्ड रिसाइकिल हुआ था।
पुराना गोल्ड मार्केट में आने की 6 बड़ी वजह
1 फसल अच्छी न होने से ग्रामीण इलाकों में पुराने गहनों की बिक्री
2 नए डिजाइन, लाइटवेट, जड़ाऊ गहनों की डिमांड से पुराने गहनों की बिक्री
3 गोल्ड लोन कंपनियों द्वारा डिफॉल्टर्स के गहनों की नीलामी
4 महंगे सोने की कीमतों का फायदा उठाने के लिए पुराने गोल्ड की बिक्री
5 शादी-विवाह में पुराने गहनों के बदले नए गहनों का रिप्लेसमेंट
6 सस्टेनेबिलिटी प्रमोट के लिए ज्वेलरी ब्रांड्स का पुरानी ज्वेलरी खरीदना
बीते साल दुनियाभर में 9% बढ़ी रिसाइक्लिंग, माइनिंग महज 1% दुनियाभर में होने वाली गोल्ड सप्लाई में रिसाइक्लिंग की हिस्सेदारी 9% बढ़कर 1,237 टन हो गई। इस दौरान माइनिंग में महज 1% ही बढ़ोतरी हुई। कुल गोल्ड सप्लाई 3% बढ़ी।
सप्लाई बढ़ेगी, इम्पोर्ट में आएगी कमी, रुपया भी मजबूत होगा
• कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया के मुताबिक पुराना गोल्ड मार्केट में आने से इसकी सप्लाई बढ़ेगी। इससे देश में सोने के आयात में कमी आएगी। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक मार्च में सोने का आयात फरवरी की तुलना में 90% घटकर 10-11 टन रह सकता है।
■ जबकि इस साल फरवरी में 110 टन गोल्ड का आयात हुआ था। आयात घटने से देश के व्यापार घाटे में भी तुलनात्मक रूप से कमी आएगी और डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूत होगा।
गोल्ड सप्लाई में रिसाइक्लिंग की हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद
गोल्ड की कीमतें बढ़ने पर लोग पुराना सोना बेचते हैं या एक्सचेंज कर नई ज्वेलरी लेते हैं। इससे रिसाइकल्ड गोल्ड की मात्रा बढ़ती है। आमतौर पर रिटेल में बिकने वाले गोल्ड में 25% हिस्सेदारी रिसाइकल्ड गोल्ड का रहती है। लेकिन यह इस साल 30-35% हो सकती है। – सचिन मोदी, पार्टनर शुभ ज्वैलरी, मुंबई
इस साल करीब 10% बढ़ सकती है गोल्ड रिसाइक्लिंग
कीमतें रिकॉर्ड हाई पर हैं। ऐसे में वे निवेशक जिन्होंने पहले कम कीमत पर गोल्ड खरीदा है वे इसका फायदा लेने के लिए गोल्ड बेचेंगे। इस साल 2023 के 117 टन से 10% ज्यादा पुराना गोल्ड रिसाइकिल होने की उम्मीद है।’
– अनुज गुप्ता, हेड, कमोडिटी- करेंसी, एचडीएफसी सिक्युरिटीज