चंडीगढ़: किसान आंदोलन के बीच हरियाणा और पंजाब की सरकार आमने सामने हो गई हैं। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने किसान आंदोलन को लेकर पंजाब के रवैये पर हैरानी जताते हुए तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि ‘‘उन्हें बहुत बड़ी हैरानी है कि पंजाब सरकार ने नोटिस जारी किया कि “हमारी सीमा में ड्रोन मत भेजो” क्या यह हिंदुस्तान-पाकिस्तान हो गया। अगर, हमारी पुलिस को मारकर कोई पंजाब में भाग जाएगा तो क्या हम उसके पीछे जाकर उसे पकड़ नहीं सकते’’
पत्रकारों से बातचीत के दौरान विज ने कहा कि ‘‘जब अमृतसर से यह जत्थे (किसान) चले तो पंजाब सरकार ने इन्हें रास्ते में एक भी जगह रोकने की कोशिश नहीं की। इसका मतलब तो यह है कि यह दिल्ली को दहलाना चाहते हैं। क्या यह दोबारा चाहते हैं कि दिल्ली के लाल किले में जाकर डांस कर अपमानित किया जाए’’।
वहीं, शंभु बार्डर पर जुटे किसानों पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसान कहते हैं कि हमने दिल्ली जाना है, दिल्ली इन्होंने किस लिए जाना है। जिनसे इनको दिल्ली में बातचीत करनी है जब वह सारे मंत्री व अधिकारी चंडीगढ़ आ गए तो आपने बात नहीं की। इसलिए कि इनका मकसद कुछ और है। मंगलवार किसानों व पुलिस के बीच हुए पथराव के संबंध में गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस के एक डीएसपी व 25 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। इसके अलावा एक सीनियर पत्रकार भी घायल हुए हैं।
इस दौरान राहुल गांधी के बयान पर गृह मंत्री अनिल विज ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि एमएसपी की रिपोर्ट 2004 में आ गई थी। तब कांग्रेस की सरकार थी और दस साल तक रही, तब इनकी पार्टी ने क्यों नहीं किया। केवल भड़काने के लिए ऐसे बयान देना ठीक नहीं है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने एमएसपी गारंटी कानून को लेकर कहा है कि उनकी सरकार आने पर किसानों को एमएसपी की गारंटी दी जाएगी।