हरियाणा के अंबाला से एक शर्मनाक मामला सामने आया है. जहां एक गरीब युवक अपनी गर्भवती पत्नी को सड़क पर रखकर सरकारी अस्पताल पहुंच गया. लेकिन अस्पताल गेट पर न तो स्ट्रेचर था और न ही अस्पताल का कोई स्टाफ. इतनी ठंड में महिला ने सब्जी की रेहड़ी पर बच्चे को जन्म दिया. महिला के पति ने बार-बार डॉक्टरों से मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। यह मानवता का अपमान है.
इस मामले के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और जच्चा-बच्चा को वार्ड में लाया गया. शीतकाल के लिए भी उनके लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई। पीड़ित युवक ने बताया कि उसने कई बार गुहार लगाई लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी. जिसके चलते उनकी पत्नी ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया.
पीड़िता के पति ने कहा, “यह भगवान ही थे जिन्होंने उसे बचाया।” उन्होंने कहा, “मैं डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों को भगवान मानता था, लेकिन कल रात की घटना के बाद मेरा इन अस्पताल कर्मचारियों पर से भरोसा उठ गया है।”
इस मामले की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी दे दी गई है. उन्होंने कहा, ”इस जानकारी की जांच की जाएगी. हम एम्बुलेंस और निःशुल्क डिलीवरी सेवा प्रदान करते हैं। इसलिए उन्हें सूचित किया गया है या नहीं, मैं सब कुछ जांचूंगा। यदि कोई लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।”