हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी ने काहिर को तबाह कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य में कई सड़कें बंद हो गई हैं और कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, कुल्लू, शिमला, चंबा, मंडी, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में कुछ इंच से लेकर 2-3 फीट तक भारी बर्फबारी हुई है। इसके चलते राज्य भर में 4 नेशनल हाईवे और 654 सड़कें बंद हो गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति के जसरत गांव के पास दारा झरने पर भूस्खलन के बाद चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया है, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधिकारी मयंक चौधरी ने कहा कि आसपास के गांवों जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थ्रोट के लोगों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करने की सलाह दी गई है।
इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि किन्नौर जिले के सांगला में करछम हेलीपैड के पास भी भूस्खलन की सूचना मिली है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 4 राजमार्गों सहित 654 सड़कों पर यातायात बंद है। लाहौल-स्पीति में 290, किन्नौर में 75, चंबा में 72, शिमला में 35, कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़कें बंद हैं।
बता दें कि मौसम विभाग ने लगातार दूसरे दिन हिमाचल के मध्य और निचले पहाड़ों में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। राज्य में कुल वर्षा 42.2 मिमी दर्ज की गई है, जो इस समय के वार्षिक औसत 4 मिमी से बहुत अधिक है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी निचली और मध्य पहाड़ियों में बारिश और ऊंची पहाड़ियों में बर्फबारी की भविष्यवाणी की है।