राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न संगठनों व विश्व हिंदू परिषद की ओर से घरों, मठों और मंदिरों में 22 जनवरी को पूजन-अर्चन और धार्मिक अनुष्ठान होंगे। मठों और मंदिरों में तैयारी तेज हो गई है। बाबा विश्वनाथ धाम को सजाया संवारा जा रहा है। यहां 25 हजार दीप जलाने के साथ पूजन-अर्चन होगा।
मंदिर प्रशासन की ओर से विविध अनुष्ठान होंगे। 51 वैदिक ब्राह्मण वेद पारायण और सुंदरकांड का पाठ करेंगे। मंदिर के सामने चौक पर राम दरबार की झांकी सजाई जाएगी। डमरू और शंख वादन होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण भी एलईडी टीवी के जरिये होगा। शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि शाम को धाम परिसर में दीपोत्सव का आयोजन होगा। वहीं, कालभैरव मंदिर में तीन हजार दीप जलेंगे और शृंगार, पूजन और भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद का वितरण होगा। दुर्गा मंदिर, मानस मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी दीपोत्सव मनाया जाएगा।
कबीरमठ और जैन मंदिर में भी होगा आयोजन
इसके अलावा राम जानकी मठ ट्रस्ट अस्सी, राम जानकी मंदिर काश्मीरीगंज, भूमा अध्यात्म पीठ केदारघाट, देवरहवा बाबा आश्रम अस्सी, दुर्गा मातृ छाया पीठ आश्रम नगवां आदि मठों व आश्रमों में भी दीप जलाए जाएंगे और रामनाम संकीर्तन, सुंदरकांड का पाठ और भंडारा होगा। उधर, इस्कॉन मंदिर में पूजन अर्चन के साथ 11 क्विंटल लड्डू का भोग लगेगा।
कबीरमठ और जैन मंदिर भेलूपुर में भी आयोजन होगा। कबीर मठ में पूजन अर्चन के साथ भजन कीर्तन और भंडारा होगा। जैन मंदिर में गोष्ठी होगी। संस्थाएं भी शोभायात्रा और दीपदान करेंगी। केंद्रीय पूजा समिति की ओर से काशी स्टेशन से शोभायात्रा निकाली जाएगी। कान्यकुब्ज वैश्य हलवाई समिति, श्रीराम सेवा दल की ओर से अस्सी घाट पर दीपदान और भंडारा होगा। खोजवां रामरीला समिति की ओर से रामचरितमानस और सुंदरकांड का पाठ होगा।