लुधियाना के मॉडल टाउन के डॉ. अंबेडकर नगर इलाके में नशा तस्करों के गैंग ने एक परिवार को निशाना बनाकर ऐसा हमला किया कि पूरा इलाका दहशत में है। पेट्रोल बम फेंककर घर में आग लगाने की कोशिश की गई, तोड़फोड़ हुई और परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। अब पुलिस ने आखिरकार 13 आरोपियों पर FIR दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित महिला दर्शना देवी और उनके पति रमेश कुमार ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दी थी। उनके मुताबिक, इलाके के नशा तस्करों ने उनके 26 साल के बेटे सागर को चिट्टा (नशे) की लत लगवाई। परिवार ने जब इसका विरोध किया, तो तस्कर उन पर भड़क गए।
दर्शना देवी का आरोप है कि तस्करों ने धमकी दी —
\”अगर किसी ने बोला तो पूरे परिवार को जिंदा जला देंगे।\”
डर के माहौल में यह परिवार पिछले चार दिनों से अपने घर में नहीं गया है।
दो दिनों में दो बड़े हमले
14 नवंबर — घर में घुसकर तोड़फोड़
- आरोपियों में देबू, जैरी, गैवी, युवी और कई अन्य युवक शामिल थे।
- पड़ोसियों ने बताया कि सभी तेजधार हथियारों से लैस थे।
- उन्होंने घर में घुसकर सामान तोड़ा और धमकी देकर चले गए।
15 नवंबर — पेट्रोल बम फेंककर आग लगाने की कोशिश
- रमेश कुमार उस समय घर में अकेले थे।
- तस्कर दोबारा आए, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
- फिर पेट्रोल से भरी कांच की बोतलें लाकर घर के मेन गेट पर फेंकी, जिससे आग लग गई।
- परिवार को डर था कि अगली बार पूरी तरह घर को जला दिया जाएगा।
वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड किया
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों ने पूरी पेट्रोल बम वाली घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया।
वीडियो के साथ ऐसा गाना लगाया गया था जैसे वे कोई \”बहादुरी\” दिखा रहे हों।
यह सोशल मीडिया पोस्ट भी अब पुलिस की जांच का हिस्सा है।
किस-किस पर केस दर्ज हुआ?
मॉडल टाउन थाने में 13 आरोपियों पर FIR हुई है।
इनमें से 8 नामजद हैं —
युवराज, अरुण कुमार, देबू, जैरी, अभिनाश, मोहित, काका, शंकर
बाकी 5 आरोपी अभी अज्ञात हैं।
FIR में जो धाराएं लगी हैं, उनमें शामिल हैं:
- जानलेवा हमला
- तोड़फोड़ (mischief)
- आगजनी
- और अन्य गंभीर अपराध की धाराएं
FIR 18 नवंबर को दर्ज हुई है।
परिवार की दहशत अभी भी जारी
परिवार का कहना है कि उनके बेटे को नशे में फंसाने के बाद तस्करों का दबाव बढ़ गया।
दर्शना देवी ने बताया:
“हमें इतनी धमकियां मिलीं कि हम रातों-रात घर छोड़कर चले गए। हमें अपनी जान का खतरा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी लोग अक्सर दावा करते थे कि उनका पुलिस से भी संपर्क है, इसी वजह से उन्होंने पहले शिकायत दर्ज करने की हिम्मत नहीं की।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
- पुलिस ने अब मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
- पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया वीडियो भी मजबूत सबूत है।
- कमिश्नरेट स्तर पर मामला गंभीरता से लिया जा रहा है।
पड़ोस के लोग भी इससे डरे हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि नशा तस्करी के इन गैंग्स पर सख्त कार्रवाई हो।
यह मामला क्यों बड़ा है?
- ये सिर्फ परिवार को धमकाने का मामला नहीं, बल्कि नशा तस्करी के नेटवर्क के हिंसक रूप को सामने लाता है।
- शहर में चिट्टा गैंग के बढ़ते आतंक की तस्वीर भी दिखाता है।
- सोशल मीडिया पर क्राइम वीडियो डालना दिखाता है कि आरोपी खुद को “अपराधी हीरो” समझते हैं।