नाइजीरिया में 19वें गुटनिरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकरने मंगलवार को कहा कि भारत अफ्रीका में आश्चर्यजनक परिवर्तन पर दांव लगा रहा है और जब तक यह महाद्वीप अपना सही स्थान हासिल नहीं कर लेता, तब तक वैश्विक व्यवस्था संतुलित नहीं होगी। उन्होंने कहा, इस महाद्वीप के बिना बहुध्रुवीय दुनिया नहीं हो सकती है। जयशंकर ने कहा, ‘भारत और नाइजीरिया के बीच सालाना करीब 13 से 15 अरब डॉलर का व्यापार है। भारत ने नाइजीरिया में करीब तीस अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।’
नाइजीरिया-भारत व्यापार परिषद ( NIBC) में विदेश मंत्री ने कहा, नई वैश्विक व्यवस्था का फिर से संतुलन तभी होगा, जब इसके मूल में आर्थिकी होगी। आर्थिक उत्थान से ही अफ्रीका का उदय होगा। उन्होंने कहा, दूसरों के लिए बाजार बनकर या सिर्फ संसाधन मुहैया कराकर वैश्विक व्यवस्था में ऊपर जाना बहुत मुश्किल है। इसलिए, अब मैं विकल्प पेश करता रहता हूं। उन्होंने कहा, अफ्रीका आगे बढ़ रहा है और भारत अफ्रीका को उठाने की बाजी लगा रहा है। मंत्री ने कहा, ‘भारत अफ्रीका को उठाने की बाजी इसलिए लगा रहा है, क्योकि आज अफ्रीका में जनसांख्यिकी, संसाधनों और महत्वकांक्षाओं में बहुत अधिक वृद्धि हो रही है।