पंजाब के लुधियाना में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। DIG सतिंदर सिंह की सुरक्षा में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह पर 13 नवंबर को गांव मत्तेवाड़ा में जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में गगनदीप गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
हमले की वजह
पुलिस कॉन्स्टेबल गगनदीप अपने दोस्तों प्रताप सिंह, जसप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी और तुषार के साथ बलाचौर जा रहे थे। प्रताप सिंह को एक पुरानी कार खरीदनी थी, इसलिए वे मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार में सफर कर रहे थे।
रास्ते में मत्तेवाड़ा के गढ़ी फजल रोड पर उनकी कार सिमरनजीत सिंह की बाइक को छू गई, जिस पर दूध के एल्यूमिनियम के डिब्बे लदे हुए थे। इससे सिमरनजीत नाराज हो गए और उन्होंने गाली देना शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने अपने पिता भगवान सिंह और तीन अन्य साथियों को बुला लिया।
हमले का तरीका
- आरोपियों ने धारदार हथियारों और दूध के एल्यूमिनियम डिब्बों से गगनदीप पर हमला किया।
- गगनदीप को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं।
- उनके दोस्तों को भी हल्की चोटें आई।
- गगनदीप को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर स्थिति को देखकर उन्हें न्यूरो अस्पताल में रेफर किया गया।
- वह अस्पताल में कम से कम सात दिन तक बेहोश रहे।
आरोपी और पुलिस कार्रवाई
- हमले के आरोपी हैं: सिमरनजीत सिंह, उसके पिता भगवान सिंह और तीन अज्ञात साथी।
- फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं।
- पुलिस ने कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह की शिकायत पर FIR दर्ज की है।
- FIR में आरोपियों के खिलाफ कई धाराएँ शामिल की गई हैं, जैसे कि:
- हत्या का प्रयास (Section 109)
- स्वेच्छा से चोट पहुंचाना (Section 115 & 117)
- आपराधिक धमकी और मौत की धमकी (Section 351)
- दंगा और गैरकानूनी सभा (Section 190 & 191)
पुलिस थाना मेहरबान के एसएचओ इंस्पेक्टर जगदेव सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
क्या सीखा जा सकता है
यह घटना सड़क पर छोटी सी टक्कर और Road Rage की वजह से किस हद तक हिंसा बढ़ सकती है, इसका एक खौफनाक उदाहरण है। पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का भरोसा दिया है।