अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलजों में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं तथा एम्स के विशेषज्ञों ने अयोध्या में स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में डॉक्टरों को आपातकालीन प्रतिक्रिया पर केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान किया है। अधिकारियों ने बताया कि ये बिस्तर उन अतिथियों के लिए आरक्षित हैं जिन्हें 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह में सात हजार से ज्यादा अतिथियों को न्योता भेजा गया है।
मंदिर नगरी में बड़ी संख्या में आने वाले लोगों के मद्देनजर, अयोध्या जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की है, खासकर कड़ाके की ठंड को देखते हुए। अयोध्या में एक सरकारी अस्पताल है जिसका नाम श्रीराम अस्पताल है। 120 साल पुराना यह अस्पताल रामजन्मभूमि मंदिर के पास स्थित है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि वे सभी प्रोटोकॉल तय कर लिए गए हैं जिनका किसी भी चिकित्सा संबंधी आवश्यकता होने पर पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा, “ अगर आयोजन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो उन्हें सबसे पहले श्री राम अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।”
उन्होंने कहा कि अगर रेफर करने की जरूरत पड़ती है तो मरीज को अयोध्या जिला अस्पताल भेजा जाएगा और यदि आगे के उपचार की आवश्यकता होगी, तो मरीज को दर्शन नगर स्थित महर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज ले जाया जाएगा। अयोध्या में ब्रिटिश काल के दो जिला अस्पताल हैं जो फैज़ाबाद शहर में स्थित हैं और इनमें एक पुरुष और एक महिला रोगियों के लिए
जिला अस्पताल (पुरुष) के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. बृज कुमार ने बताया कि इस जिला अस्पताल में 212 बिस्तर हैं और महिला अस्पताल में 268 बिस्तर हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ फिलहाल में, हमारे अस्पताल में लगभग 25 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं और 22 जनवरी तक लगभग 20 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने की योजना है ताकि वे मेहमानों की जरूरतों की पूर्ति कर सकें, जो भव्य समारोह के लिए अयोध्या में एकत्र होंगे।” जिला अस्पताल (पुरुष) के सीएमएस ने कहा कि 20 जनवरी से होने वाले बड़े आयोजन के मद्देनजर “हमारे अस्पताल में पूर्व निर्धारित सर्जरी कुछ दिनों के लिए रोक दी जाएगी।” कुमार ने कहा कि श्री राम अस्पताल के कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों के अलावा, दोनों जिला अस्पतालों के चिकित्सकों को एम्स के डॉक्टरों से चिकित्सा संबंधी आपातकालीन प्रतिक्रिया पर विशेष प्रशिक्षण मिला है। सूत्रों ने बताया कि अयोध्या जिला अस्पताल (महिला) में 268 में से 50 बिस्तर आरक्षित कर दिए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि मंदिर परिसर स्थल से नियमित दूरी पर क्रमबद्ध तरीके से एम्बुलेंस को खड़ा रखा जाएगा।