हरियाणा में राष्ट्रीय कृमि निवारण कार्यक्रम होगा लागू, जानिए क्या रहेगा पूरा प्लान

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), हरियाणा के निदेशक डॉ. आदित्य दहिया की अध्यक्षता में आज पंचकूला में राज्य अभिसरण समिति की बैठक आयोजित की गई। भारत सरकार (जीओआई) और एनएचएम, हरियाणा आगामी 15वें डीवॉर्मिंग राउंड को संस्थान आधारित निश्चित दिन के दृष्टिकोण से लागू करने के लिए तैयार है, जहां एनडीडी को 15 फरवरी, 2024 को लागू किया जाएगा और उसके बाद 20 फरवरी, 2024 को मोप-अप दिवस मनाया जाएगा।

मिशन के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 1-2 वर्ष के बच्चों के लिए एल्बेडाजोल टैबलेट की खुराक आधा टैबलेट, 3-19 वर्ष के बच्चों के लिए एक टैबलेट, प्रजनन आयु वर्ग (20-24 वर्ष) वाली महिलाओं (गैर-गर्भवती और गैर-स्तनपान कराने वाली महिलाओं ) के लिए एक टैबलेट है।

डॉ. आदित्य ने पर कहा कि सुरक्षित और लाभकारी एल्बेंडाजोल टैबलेट से कृमि मुक्ति, आंतों के कृमि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए एक साक्ष्य-आधारित, विश्व स्तर पर स्वीकृत और प्रभावी समाधान है। इस प्रकार, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना राज्य के सभी बच्चों और किशोरों तक पहुंचने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कुछ मामलों में, बच्चों को कृमि मुक्ति के बाद मतली, हल्का पेट दर्द, उल्टी, दस्त और थकान का अनुभव हो सकता है। ये दुष्प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इन्हें आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है।

इस अवसर पर डॉ. सुशील कुमार माही, उप निदेशक, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके), उप निदेशक, कार्यक्रम अधिकारी, साक्ष्य कार्रवाई और स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और श्रम जैसे कार्यालय विभाग के प्रतिनिधि बैठक में विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की तैयारियों के उन्मुखीकरण और समीक्षा के लिए उप सिविल सर्जन, जिला नोडल अधिकारी और अधिकारी/कर्मचारी वीडियो कॉन्फ्रेंस जिलों के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

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