इंटरनेशनल डेस्कः जापान में भूकंप से कम से कम 48 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक लोगों को अब भी मलबे से निकाला जा रहा है। जापान के अधिकारियों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, नए साल के दिन जापान में 155 भूकंप आए थे। भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं. एक लोकप्रिय पर्यटक क्षेत्र में बड़े पैमाने परआग लग गई । हालात इतने खराब हैं कि जापान की सेना को जमीन पर उतारना पड़ा है।
जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने नए साल के मौके पर भूकंप से हुए नुकसान को लेकर कहा, “देश में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है, इमारतें जमींदोज हो गई हैं, समंदर में खड़ी नाव डूब गई हैं और कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं इसलिए उन्हें बचाने के लिए हमें वक्त का साथ दौड़ लगानी होगी। प्रधान मंत्री किशिदा ने सरकार को भूकंप और सुनामी पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं और खतरनाक स्थित के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है। उधर भूकंप की वजह से जापान के भूकंप प्रभावित क्षेत्र में लगभग 36000 घरों की बिजली गुल हो गई है।
भूकंप ने सबसे ज्यादा दूर-दराज में स्थित नोटो प्रायद्वीप को भी प्रभावित किया है। इस जगह पर जापानी सेना के हजारों जवान तैनात किए गए हैं। जापान के परिवहन मंत्रालय के मुताबिक चार एक्सप्रेसवे, दो हाई-स्पीड ट्रेन, 34 लोकल ट्रेन लाइन और 16 समुद्री यातायात को रोक दिया गया है। जापान के मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भूकंप के और अधिक शक्तिशाली झटके आ सकते हैं।
इस बीच जापान में भारतीय दूतावास ने सोमवार को उन भारतीयों के लिए एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जो किसी तरह की मदद चाहते हैं। जापान ने सोमवार को अपने पश्चिमी तट पर आए कई शक्तिशाली भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की थी और लोगों से समुद्र तटीय इलाकों को खाली करने के लिए कहा। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने शाम चार बजे के तुरंत बाद इशिकावा के तट और आसपास के प्रान्तों में भूकंप की सूचना दी, जिनमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.6 आंकी गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के कारण आग लग गई और भूकंप प्रभावित मुख्य द्वीप के पश्चिमी तट पर लोग मलबे में फंस गए।
जापान में भूकंप से आई इस भीषण तबाही के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि जापान की किसी भी तरह से मदद के लिए अमेरिका तैयार है। उन्होंने कहा कि निकट सहयोगियों के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान दोस्ती का गहरा बंधन साझा करते हैं, जो हमारे लोगों को एकजुट करता है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं जापानी लोगों के साथ हैं। जापान में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद रूस, दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। रूस के सखालिन द्वीप के पश्चिमी तट और मुख्य भूमि प्रिमोर्स्क और खाबरोवस्क क्षेत्र सुनामी का खतरा है।