गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को संरक्षण देकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का मंगलवार को आरोप लगाया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के आम चुनाव में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 35 से अधिक सीटें जीतेगी।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि शाह ने प्रदेश भाजपा के सोशल मीडिया और आईटी प्रकोष्ठ के सदस्यों की एक बैठक को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला किया और आरोप लगाया कि राज्य से एकत्र किए गए ‘कट मनी’ का इस्तेमाल विदेशों में आलीशान मकान खरीदने के लिए किया जाता है, लेकिन वही लोग यहां चप्पल में घूमते हैं।
सूत्रों के अनुसार शाह ने कहा कि लोग अब इन बातों से धोखा नहीं खाएंगे और तृणमूल कांग्रेस सरकार के काम के लिए जवाबदेही मांगेंगे। महुआ मोइत्रा का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि उन्होंने उपहारों के बदले उद्यमियों के साथ संसद पोर्टल का अपने पासवर्ड साझा किया लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका बचाव किया।
शाह ने पूछा कि बंगाल में गरीबों के बारे में संसद में पूछने के लिए कितने सवाल थे। उन्होंने कहा कि टीएमसी सांसद ऐसा नहीं करते क्योंकि उन्हें इसके लिए महंगे उपहार नहीं मिलेंगे। मोइत्रा को इस तरह के आरोपों में लोकसभा की आचार समिति द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
सूत्रों ने कहा कि शाह ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल करने के लिए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की भी आलोचना की और कहा कि ऐसा आचरण एक सांसद को शोभा नहीं देता है। बैठक में मौजूद भाजपा के एक नेता ने शाह के हवाले से कहा, ‘‘दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) ने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को खुला छोड़कर अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया, और घुसपैठिये उन्हें वोट देते हैं।”
शाह ने कहा कि बंगाल हर मोर्चे पर देश का नेतृत्व करता था। शाह ने दावा किया कि अब यह ‘कट मनी’ ‘सिंडिकेट’, घुसपैठ, वंशवादी राजनीति और बम विस्फोटों के लिए जाना जाता है। सूत्रों के मुताबिक शाह ने कहा कि एक मंत्री समेत टीएमसी नेताओं के पास से 50 करोड़ रुपये के नोट के ढेर बरामद किए गए हैं, लेकिन बनर्जी उन्हें अपनी पार्टी का सिपाही बताती हैं।
भाजपा के 35 से अधिक सीटें जीतने का विश्वास व्यक्त करते हुए शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी के संस्थापक विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भूमि को “सोनार बांग्ला” बनाएंगे। उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने वाले भाजपा विधायकों की संख्या शून्य से बढ़कर 77 हो गई और पार्टी ने 2019 में लोकसभा की 18 सीटें जीतीं।
शाह ने कहा कि पार्टी अब 2026 में चुनाव होने पर राज्य में दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बना सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी पहले भाजपा को हल्के में लेती थीं।” उन्होंने दावा किया कि जब बनर्जी ने 2011 में कम्युनिस्टों को सत्ता से बाहर कर दिया, तो लोग खुश थे और उम्मीद कर रहे थे कि राज्य में सुधार होगा, लेकिन उन्होंने और भी बदतर शासन प्रदान किया।
शाह ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार बनाने का मतलब घुसपैठ और गोतस्करी का अंत करना और संशोधित नागरिकता अधिनियम के माध्यम से धार्मिक रूप से प्रताड़ित किये गए लोगों को नागरिकता प्रदान करना होगा।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की तत्कालीन सरकार ने 10 साल में पश्चिम बंगाल को 2,09,000 करोड़ रुपये दिए और मोदी सरकार ने नौ साल में 7,17,000 करोड़ रुपये दिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री को एक-एक रुपये का हिसाब देना होगा।
शाह ने दावा किया कि वह (ममता बनर्जी) मोदी के विकास कार्यों को रोक रही हैं क्योंकि उन्हें डर है कि अगर इन्हें राज्य में लागू किया गया तो भाजपा की लोकप्रियता बढ़ जाएगी। भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी राज्य में चुनाव लड़ने के लिए अपनी सोशल मीडिया की ताकत पर निर्भर करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय मीडिया राज्य सरकार के दबाव में उसके संदेश को आगे नहीं बढ़ाती है।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक, शाह ने कहा, “अगर आप सभी सोशल मीडिया योद्धा ठान लें तो आपकी पहुंच किसी भी चैनल या अखबार से ज्यादा हो सकती है और आपको मोदी जी को जिताने से कोई नहीं रोक सकता। यही कारण है कि आप पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।”