मलोट : केंद्र और राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों की कमी के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों की सूची लंबी होती जा रही है। ताजा मामला मलोट के नजदीक गांव भगवान पुरा का है जहां एक 32 वर्षीय किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि मृतक कर्ज से परेशान था।
पुलिस द्वारा 174 की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में मृतक के चाचा कुलविंदर सिंह ने बताया कि उनका भतीजा जगविंदर सिंह पुत्र गुरबचन सिंह निवासी भगवानपुरा के पास 4 एकड़ जमीन थी, जिस पर नरमे की फसल की बिजाई होती थी। पिछले 2 सीजन में नरमे की फसल खराब होने के कारण उस पर करीब 15 लाख का कर्ज था, जिससे वह परेशान था। कल वह घर से खेत की ओर गया और वहां जाकर कोई जहरीली चीज निगल ली।
यही नहीं जहरीला पदार्थ खाने के बाद उसने घर फोन कर बताया कि उसने परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया है। इस दौरान युवक की हालत बिगड़ गई, उसे पहले मलोट के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया फिर बठिंडा में दिल्ली हार्ट इंस्टीट्यूट में, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई। मृतक अपने पीछे पत्नी और 4 साल की बेटी छोड़ गया है। सदर मलोट पुलिस मृतक की पत्नी जसप्रीत के बयानों पर धारा 174 के तहत कार्रवाई कर रही है। मामले की जांच एएसआई अशोक कुमार कर रहे हैं।