चंडीगढ़ में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) के 104 पदों के लिए रविवार को लिखित परीक्षा आयोजित की गई। यह परीक्षा शहर के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में दो शिफ्टों में हुई। प्रशासन ने परीक्षा को पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए कड़े इंतज़ाम किए।
कितने लोगों ने दिया एग्जाम?
इस भर्ती के लिए कुल 10,657 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
हालाँकि, परीक्षा वाले दिन सिर्फ 6,105 उम्मीदवार ही परीक्षा देने पहुंचे।
इस तरह, 4,552 उम्मीदवार गैरहाज़िर रहे, जो कि एक बड़ा नंबर माना जा रहा है।
किन विषयों की ली गई परीक्षा?
परीक्षा पाँच अलग-अलग विषयों के लिए हुई—
- साइंस नॉन-मेडिकल
- पंजाबी
- गणित
- साइंस मेडिकल
- सोशल स्टडीज़/जियोग्राफी
उम्मीदवारों को उनके विषय के अनुसार अलग-अलग सेंटर और शिफ्ट दी गईं।
रिक्रूटमेंट एजेंसी को दिया गया पूरा जिम्मा
इस भर्ती प्रक्रिया का पूरा काम एक रिक्रूटमेंट एजेंसी को सौंपा गया था।
- शिक्षा विभाग ने सिर्फ परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की।
- जबकि प्रश्न पत्र तैयार करना, स्टाफ की जिम्मेदारी, परीक्षा के नियम, निर्देश और पूरी परीक्षा मैनेजमेंट एजेंसी ने संभाला।
सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग के सख्त इंतज़ाम
परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासन ने कई लेवल की मॉनिटरिंग की:
- चंडीगढ़ प्रशासन ने 4 सीनियर अधिकारियों को इंडिपेंडेंट ऑब्ज़र्वर बनाया।
- सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए गए।
- मोबाइल सिग्नल को ब्लॉक करने के लिए जैमर इस्तेमाल किए गए, ताकि किसी तरह की चीटिंग संभव न हो।
- उम्मीदवारों की बायोमैट्रिक अटेंडेंस ली गई, जिससे फर्जी उम्मेदवारों की एंट्री रोकी जा सके।
80 पुलिसकर्मियों की तैनाती
सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रशासन ने 80 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया।
- एग्जाम सेंटर में एंट्री से पहले उम्मीदवारों की सख्त चेकिंग की गई।
- पूरी परीक्षा प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई—
इसमें सील पैकेट खोलना, प्रश्न पत्र बांटना, पहचान की जांच, और परीक्षा खत्म होने के बाद बचे हुए पेपर्स को दोबारा सील करना शामिल था।
एग्जाम बिना किसी गड़बड़ी के पूरा
कड़े इंतज़ाम और निगरानी की वजह से परीक्षा शांतिपूर्ण और बिना किसी बड़ी गड़बड़ी के सम्पन्न हुई।
परीक्षा से जुड़े अगले स्टेप्स—आंसर की, रिज़ल्ट और चयन प्रक्रिया—कुछ दिनों में एजेंसी और शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए जाएंगे।