- उम्र : 28 साल • कंपनी वैल्यूएशनः 668 करोड़ रु.
यह 2019 की बात है। नीतू यादव आईआईटी दिल्ली में पढ़ाई कर रही थीं। उनके पास नौकरियों के ढेर सारे अवसर थे। विदेश जाने के भी कई मौके थे। लेकिन वे कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जो इससे पहले इस देश में किसी ने न किया हो। उनकी इस सोच में साझेदार बनीं उनकी रूममेट कीर्ति जांगड़ा । और कुछ नया करने के उनके संकल्प को ‘एनिमल’ पर आकर नया आयाम मिला। दिसंबर 2019 में दोनों ने अपने कुछ अन्य साथियों की मदद शुरू किया ‘एनिमल’ नामक स्टार्टअप । इसके जरिए किसान या पशुपालक अपने पशु को खरीद या बेच सकते थे। इस तरह पशु धन को बेचने और खरीदने का यह भारत का पहला संगठित स्टार्टअप बना।
इसकी शुरुआत 50 लाख रुपए की फंडिंग से की गई थी। पिछली मार्च 2023 तक इसकी कुल फंडिंग 206 करोड़ रुपए तक पहुंच गई थी। कंपनी का कुल सालाना राजस्व 37 करोड़ रुपए है। इसके जरिए अब तक कुल 4 हजार करोड़ रुपए मूल्य के साढ़े आठ लाख से भी अधिक पशु बेचे या खरीदे गए हैं। जैसा कि नीतू कहती हैं, ‘यह केवल एक स्टार्टअप भर नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है।’ इसे इस मायने में भी आंदोलन कहा जा सकता है कि ये किसानों को भी न्यू टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।