नेशनल डेस्क: जमात-ए-इस्लामी हिन्द ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर निंदा व्यक्त की है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार बाबरी मस्जिद को तोड़ने वालों को इनाम दे रही है। जमात ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार नफरत के बूते अपनी राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती है।
मस्जिद को तोड़ने वोलों को इनाम दे रही सरकार
जमात के राष्ट्रीय सचिव मलिक मोहतसिम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा, ‘मौजूदा सरकार नफरत की राजनीति कर रही है। सरकार ऐसे लोगों को इनाम देगी जो अमन और शांति नहीं चाहते हैं। मौजूदा सरकार ऐसे लोगों को अवॉर्ड देने की उम्मीद है कि वो बाबरी मस्जिद को तोड़ने वोलों को इनाम दे रही है। हुकूमत के जो अपने मकसद हैं उसके हिसाब से इनाम दे रही है। ये देश के लोगों को सोचना चाहिए कि क्या ये हुकूमत कानून के अनुसार काम कर ही है?’
आवाम को अब हुकूमत को बदलना चाहिए
उन्होंने कहा कि इस सरकार से सवाल पूछने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि वो तो नफरत की ही बुनियाद पर अपना कारोबार चलाना चाहती है। हम देश की जनता से कहेंगे कि देश में जो माहौल बन रहा है उसे बदलना चाहिए। आवाम की ताकत से हुकूमत को बदलना चाहिए।
आडवाणी जी के कार्य प्रेरणादायक
पीएम मोदी ने शनिवार को ऐलान किया कि भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मोदी ने कहा, “आडवाणी जी के कार्य और सेवाएं प्रेरणादायक रही हैं। आडवाणी जी को यह सम्मान दिया जाना इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्र उन लोगों को कभी नहीं भूलता, जो इसकी सेवा में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं।” पीएम मोदी ने ओडिशा के संबलपुर में राज्य की कई परियोजनाओं का अनावरण करने के बाद कहा, “मैं भाग्यशाली रहा हूं कि मुझे लालकृष्ण आडवाणी जी का प्यार और मार्गदर्शन लगातार मिलता रहा है।”