भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर में रामेश्वरम से भेंट स्वरूप आया छह क्विंटल वजन का एक अछ्वुत एवं विशाल घंटा लगाया जाएगा जिसकी आवाज मंदिर से 10 किलोमीटर के दायरे में सुनाई देगा। अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए जिस कार्यशाला में पत्थरों की तराशी और नक्काशी की जा रही है उसी कार्यशाला में सुदूर दक्षिण में तमिलनाडु के रामेश्वरम के सुप्रसिद्ध रामनाथ स्वामी मंदिर की ओर से आया यह 613 किलोग्राम वजन का भव्य घंटा रखा है।
कार्यशाला में उपस्थित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों ने बताया कि यह घंटा अष्टधातु का बना हुआ है। इतने बड़े घंटे में किसी तरह का कोई जोड़ नहीं है। यह एक ही बार में तैयार किया गया है। उनका कहना है कि जब यह घंटा बजेगा तो 10 किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई देगी। बताया गया है कि इस घंटे को प्राण प्रतिष्ठा के दो तीन दिन पहले लगा दिया जाएगा। स्थानीय लोगों के अनुसार अयोध्या धाम से अयोध्या छावनी की दूरी करीब आठ किलोमीटर है। इससे यह जाहिर है कि इस समय पूरे अयोध्या की परिधि 10 किलोमीटर से अधिक नहीं है। इसलिए जब घंटा बजेगा तो इसकी गूंज है पूरे अयोध्या वासियों को सुनाई देगी।
यह है घंटे की खासियत
राम मंदिर में लगने वाले यह घंटा अनूठा है। यह 4 फीट ऊंचा है और वजन 613 किलो है। कांस्य से बना हुआ है। इसकी चौड़ाई 3.9 फीट है। अयोध्या पहुंचने पर राजलक्ष्मी मांडा ने कहा कि उनका जीवन धन्य हो गया। वे भगवान श्री राम के रथ को तमिलनाडु से अयोध्या तक खुद ड्राइव करके आई हैं।