चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के सदन की कार्यवाही के दौरान शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में सभी वर्ग के छात्रों को सहायता प्रदान की जा रही है।
अकाली विधायक डॉ सुखविंदर कुमार सुखी ने सवाल किया कि शहीद भगत सिंह नगर के 3 स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। उन्होंने पूछा कि अगर कोई बच्चा अच्छे स्कूल में जाना चाहता है तो उसके लिए क्या बजट रखा गया है। हरजोत सिंह बैंस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मार्च, 2022 से पहले पंजाब के 20,000 स्कूलों में से 3500 स्कूलों में कोई अध्यापक नहीं थे या सिंगल अध्यापक थे, आज उनकी संख्या 600 से भी कम रह गई है और मार्च, 2024 में पंजाब पूरे देश का पहला राज्य होगा, जहां कोई भी स्कूल अध्यापक के बिना या सिंगल टीचर नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि खटकड़ कला स्कूल का नाम बदलकर शहीद-ए-आजम शहीद भगत सिंह रखा गया है। उन्होंने कहा कि विधायक सुखी का स्कूल बंगा में है, जो कि 1920 में बना था और करोड़ों रुपये खर्च कर बंगा के स्कूल ऑफ एमिनेंस को शानदार बना रहे हैं। हम स्कूल ऑफ एमिनेंस में आरक्षण नीति लेकर आए है, ताकि गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। बैंस ने कहा कि पंजाब का कोई भी कॉन्वेंट स्कूल मेरे स्कूल ऑफ एमिनेंस के बच्चों का मुकाबला नहीं कर सकता। पंजाब देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां 20 हजार के 20,000 स्कूलों में 31 मार्च, 2024 तक वाई-फाई लगेगा और 4 हजार स्कूलों में ये लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 20 हजार स्कूलों में से 8 हजार स्कूलों की चारदिवारी का काम हो रहा है और हर स्कूल में कोई ना कोई काम चल रहा है।