अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने समारोह में 7,000 से अधिक लोगों को देश-दुनिया से आमंत्रित किया है। पूरे देश में उत्साह का माहौल है। इस दिन को हर कोई यादगार बनाने में जुटा है। लोग अपने जीवन के शुभ कार्य इस दिन करना चाहते हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर लोग आश्चर्यचकित हैं। यूपी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में प्रेग्नेंट महिलाओं और उनके परिजनों ने डॉक्टरों से अनुरोध किया है कि उनके बच्चे का जन्म 22 जनवरी को ही होना चाहिए। महिलाओं का कहना है कि उनके डिलीवरी की तारीख 22 जनवरी से भले ही पहले या बाद में हो लेकिन उनके बच्चे जन्म इसी पावन दिन को होना चाहिए।
15 की जगह 30 डिलिवरी की व्यवस्था की गई
वहीं जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर सीमा द्विवेदी का कहना है कि उनके पास एक लेबर रूम में 14 से 15 डिलीवरी होती है। लेकिन इस बार महिलाओं और उनके परिवार ने अनुरोध किया है कि उनके बच्चे का जन्म 22 जनवरी को ही हो। नॉर्मल डिलीवरी वालों का तो कुछ नहीं कह सकते लेकिन जिनका ऑपरेशन होना है उनमें से कई लोगों को समझाया गया है कि डेट आगे पीछे हो सकती है। 22 जनवरी को 30 ऑपरेशन की व्यवस्था की गई है। आमतौर पर 1 दिन में 14 से 15 ऑपरेशन ही होते हैं।
हम चाहते हैं कि हमारे घर पर भी रामलला का आगमन होः प्रेग्नेंट महिलाएं
वहीं लेबर रूम में मौजूद प्रेग्नेंट महिलाओं का कहना है कि हम चाहते हैं कि हमारे घर पर भी रामलला का आगमन हो। 100 सालों से राम मंदिर का इंतजार हो रहा है अब हम इस शुभ दिन पर ही डिलीवरी चाहते हैं। महिलाओं के परिवार वालों का कहना है कि हम राम को पूजते हैं राम जैसा स्वरूप किसी का नहीं और भाग्य की बात होगी कि उस दिन हमारे घर भी बच्चे का आगमन होगा।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए मात्र 84 सेकेंड के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा
बता दें, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होगें। राम मंदिर में मूर्ति स्थापना का समय 12. 29.8 सेकंड से 12.30.32 सेकंड तक रहेगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मात्र 84 सेकेंड के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा।