फगवाड़ाः बीती रात करीब 10 बजे फगवाड़ा-दुसांझ नहर अचानक टूट जाने से क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। मौके से मिली जानकारी के अनुसार छठ पूजा पर्व के चलते नहर में पानी छोड़ा गया था और पानी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए प्रशासन की ओर से बोरी का बांध बनाया गया था, लेकिन शनिवार की रात नहर में पानी ओवरफ्लो हो गया और नहर का एक कमजोर किनारा टूट गया, जिससे पानी आसपास के खेतों और घरों में घुस गया, जिससे किसानों और घरों का काफी नुकसान हुआ है। प्रभावित लोगों और किसानों ने बताया कि रात में बार-बार फोन करने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली और उन्होंने खुद ही पानी का बहाव रोकने की कोशिश की।
वरिष्ठ किसान नेता संतोख सिंह लखपुर, गुरजिंदर सिंह कुलार, सुखबीर सिंह कुलार, दीपा विरक और दविंदर सिंह ने बातचीत में बताया कि रविवार सुबह करीब 11 बजे प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और टूटे हुए नहर के किनारे की मुरम्मत की। उन्होंने बताया कि नहर टूटने से करीब 20 खेतों में बोई गई गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने प्रशासन से किसानों की फसल के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की, क्योंकि यह घटना प्रशासन की लापरवाही के कारण हुई है। प्रशासन को नहर में पानी छोड़ने से पहले निरीक्षण करना चाहिए था और नहर की ठीक से सफाई करवानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन की लापरवाही से हुए नुकसान की जल्द भरपाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।