बठिंडा: फोकल प्वाइंट में ट्रांसफार्मर बनाने वाली पुरानी फैक्टरी जे.के. इलैक्ट्रीकल में अचानक रात 10 बजे आग लग गई जिससे जहां करोड़ों का नुकसान हुआ वहीं सब कुछ जलकर राख हो गया। जानकारी अनुसार 21 वर्ष पुरानी फैक्टरी जिसने अपनी मेहनत से व्यापार को बुलंदियों पर छूआ, लेकिन रात 10 बजे उसमें अचानक आग लग गई। फैक्टरी मालिक जसपाल सिंह ने बताया कि वहां के चौकीदार ने उन्हें इसकी सूचना दी। जिस पर तुरंत फायर बिग्रेड को बुलाया गया। फायर बिग्रेड की 8 गाड़ियों ने पांच घंटों की मुशक्कत के बाद आग पर काबू डाला, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो गया था। उन्होंने बताया कि फैक्टरी का कुल नुकसान 5 करोड़ से ऊपर है। जिसमें तांबे की तारें, एलुमीनियम की तारें, फैक्टरी स्ट्रक्चर के साथ कार्यालय में रखा सारा सामान जल गया।
फैक्टरी में आग पर काबू डालने के लिए उपकरण भी लगे हुए थे, लेकिन फैक्टरी बंद होने के बाद उन्हें उपयोग में नहीं लाया जा सका और फायर बिग्रेड ने ही आग पर काबू डाला। खास बात यह है कि इस अग्नि कांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। चैम्बर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन रमन वाटस ने कहा कि आगजनी की घटना से सभी इंडस्ट्रीस सकते में हैं। उन्होंने कहा कि फोकल प्वाइंट में कोई भी फायर बिग्रेड नहीं है, सरकार व विभाग को बार-बार लिखते के बावजूद भी कोई असर नहीं हुआ और नुकसान मालिक का हुआ। इंडस्ट्रीस ग्रोथ सैंटर के अध्यक्ष राम प्रकाश जिंदल ने कहा कि ग्रोथ सैंटर में भी इससे पहले आगजनी के कई हादसे हो चुके हैं लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि ग्रोथ सैंटर में लगभग 150 फैक्टरियां वर्किंग में हैं, जबकि फोकल प्वाइंट में 50 तथा आई.टी.आई. में दो दर्जन फैक्टरियों में काम चल रहा है। सहूलियत के नाम पर इंडस्ट्री को कुछ नहीं दिया जा रहा। उन्होंने मांग की कि सरकार नुकसान की भरपाई कर फैक्टरी मालिक को मुआवजा दे।