बरेली: इटावा सफारी पार्क के बब्बर शेर बाहुबली की मौत प्रथम दृष्टया कई अंगों के ख़राब होने से हुई है। विस्तृत रिपोर्ट विसरा जांच से पता चलेगी। यह जानकारी आईवीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डाक्टर ए.एम. पावड़े ने दी। बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के प्रधान वैज्ञानिक (वन्य जंतु, पशु प्रभाग) डॉक्टर पावडे ने बताया कि शेर की छोटी-बड़ी आंत भी उलझी हुई थी।
बुधवार को पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि हुई। वह मल त्याग नहीं कर पा रहा था। उन्होंने बताया कि विसरा सुरक्षित कर रख लिया गया है, जिसकी जांच भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली में होगी। इसकी रिपोर्ट 15 दिनों में उपलब्ध होगी। पावड़े ने बताया कि बाहुबली का पोस्टमार्टम बुधवार को सफारी पार्क के चिकित्सालय में डाक्टरों के पैनल से कराया गया था। पैनल के मुख्य सदस्य डॉ पावडे ने बताया कि शेर की लंबी बीमारी के कारण उसकी किडनी पर भी असर पड़ा था। विसरा जांच के बाद ही शेर की मौत के कारण का पता चलेगा। कुछ दिन पहले इटावा सफारी पार्क में बाहुबली शेर मृत पाया गया था और बुधवार को इसका पोस्टमार्टम किया गया।
सफारी में पिछले छह महीने में यह 16वें वन्य जीव की मौत है। सफारी में एक के बाद एक करके हो रही वन्य जीवों की मौतों को लेकर के सफारी प्रबंधन सवालों के घेरे में खड़ा हुआ है। पार्क के उपनिदेशक विनय कुमार पटेल ने मंगलवार रात बताया कि आज शाम करीब छह बजकर 15 मिनट पर गंभीर बीमारी से ग्रसित शेर ‘बाहुबली ‘ की मौत हो गई है।